जिस प्रकार देव मंत्र होते हैं। जिनके जप करने से और ध्यान करने से देवताओं का संपर्क और वातावरण में एक सकारत्मक पक्ष जागरूक होता हैं। जीव हो या मानव या वृक्ष सदैव ज्ञान और उत्तम सहयोग और विचारो और कर्मो के आदान प्रदान से कड़ी दर कड़ी विकास होते रहता हैं। जीवन का सार है कि बच्चा है या आदमी या युवा जैसा ज्ञान वैसा विकास। जिस प्रकार शरीर की मांस पेशियों को खुराक की जरूरत हैं जिससे मांस पेशियों का विकास बेहतर हो सके और शरीर किसी भी आंतरिक और बाहरी मेहनत के लिए मजबूत बनकर रह सकें ठीक वैसे ही मस्तिष्क को सकारत्मक मोटिवेशन अर्थात सकारत्मक विचारो का सहयोग और साथ समय समय पर चाहिए। जिससे कि युवाओ से के बुजुर्गो और अन्य सभी को अपने जीवन के मार्ग में किसी भी बुरे और नकरात्मक समय मे मस्तिष्क को बेहतर विचारो की खुराक मिल सके। अक्सर गांव देहात हो या मंदिर मस्जिद हो या अन्य धार्मिक और सामाजिक स्थल हो सभी जगह भजन सन्त वाणी गुरु वाणी प्रवचन से लेकर लेक्चर और अन्य ना ना प्रकार से इंसान के दिल और दिमाग अर्थात जीवन के दुखों के अनुभवों को अपने मस्तिष्क और मन से निकाल कर बल और बुद्धि का प्रवाह मस्तिष्क की हर क
Moti Singh Rathore(Motivator Rathore) Motivation Speaker & Life Coach, Trainer & Writer जीवन का सबसे अच्छा सार अपने लिए जिओ ही मत। दुख और चिंता खत्म। जीवन को विशेष कार्य योजना में लगा दो। जीवन मे याद रखो 100% लोग जब राम,कृष्ण और अल्लाह से खुश नही हुए तो आप क्यो जूठी आशा में बैठे हो कि 100% लोग आपसे खुश होंगे। सबको खुश रखने के चक्कर मे न पड़ कर अपना जीवन सही और बेहतर कर्मो की तरफ मौड़ दो। मेरे विचारों से संतुष्ट हो या नही लेकिन विचार रखने की आजादी मेरा जन्म सीध अधिकार हैं वाल्तेयर